पति धर्म क्या है ? जब एक शादीशुदा पुरुष अपनी पत्नी से जुड़ी हर ज़िम्मेवारी को निष्ठा , प्रेम और सच्चाई से निभाता है एवं अपने कर्तव्यों को पूरा करता है उसे ही पति धर्म कहा जाता है।

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पति धर्म क्या है ? 18 Responsibilities एक अच्छे Husband की 🙂

पति धर्म के मायने तो वैसे हर किसी के लिए अपने हिसाब से है लेकिन कुछ जरुरी बातें ऐसी भी है जो हर पति में होनी ही चाहिए।

1.

पत्नी का सम्मान करना पति धर्म है 🙂

बिना सम्मान के कोई भी रिश्ता आसानी से नहीं चल पाता इसलिए रिश्तें में सम्मान होना बेहद ही जरुरी है।

पत्नी भी उतनी ही सम्मान की हक़दार है जितने की पति होते है।

एक अच्छा पति हमेशा अपनी पत्नी का सम्मान करता है एवं उसके सम्मान की रक्षा भी करता है।

पति धर्म क्या है

2.

पति धर्म का मतलब है पत्नी से जुड़े अपने हर जिम्मेवारी को अच्छे से निभाना 🙂

हर पति का ये धर्म होता है की वो अपनी पत्नी से जुड़े हर कर्तव्य और दायित्वों को पूरा करे उसे अच्छे से निभाए।

पत्नी की सभी आवश्यक जरूरतों का ख्याल रखे एवं उसकी जिम्मेवारी को निष्ठापूर्ण तरीके से पूरा करे।

पत्नी को बोझ बिल्कुल ना माने अपितु उसे अपने जीवन का एक जरुरी हिस्सा समझे।

3.

पत्नी की छोटी – सी छोटी खुशी का ख्याल रखना 🙂

पति का धर्म है की वह अपनी पत्नी की हर उस छोटी सी छोटी बात का ख्याल रखे जिससे पत्नी को खुशी मिलती हो।

कोई भी काम करे तो अपने साथी की इच्छा का ध्यान जरूर रखे आख़िरकार पत्नी भी तो अपने पति के प्रसन्नता के लिए कितना कुछ कर जाती है तो फिर पति क्यों नहीं कर सकते ?

पति धर्म क्या है

4.

पति को पत्नी से झूठ बोलना और बातें छिपाना बिल्कुल नहीं चाहिए

किसी भी रिश्ते में झूठ हो तो वो रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक पाता है, यही बात पति पत्नी के रिश्ते में भी लागू होती है।

पति को अपनी पत्नी से झूठ नहीं बोलना चाहिए और ना ही उससे किसी भी तरह की बातें छिपानी चाहिए।

एक दूसरे के प्रति ईमानदारी और भरोसा ही रिश्तें की नींव को मजबूत बनाती है।

5.

पति की जिम्मेवारी है की हर परिस्थिति में वह अपनी पत्नी का साथ दे

पति का धर्म होता है की वो अपनी पत्नी की हर परिस्थिति में उसका साथ दे।

पत्नी के सुख – दुःख का ख्याल रखना और उन्हें भावनात्मक तौर पर सहयोग करना ही पति धर्म है।

शादी में लिए हुए सात वचन को निभाना पति का कर्तव्य होता है और पत्नी का साथ देना भी उस वचन का एक हिस्सा है।

पति के कर्तव्य

6.

पति को पत्नी के अलावा किसी गैर औरत के साथ सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए

पति को अपनी पत्नी के अलावा किसी गैर महिला के साथ रिश्ता नहीं बनाना चाहिए जो की बिल्कुल गलत है।

पति पत्नी के रिश्ते में ईमानदारी होना बेहद ही जरुरी है और ये हक़ किसी भी पति को नहीं ही की वो अपनी पत्नी के साथ धोखा करे।

वैवाहिक रिश्तें में पति पत्नी के अलावा किसी तीसरे इंसान की मौजूदगी बिल्कुल भी सही नहीं है और ना ही समाज इसे स्वीकारता है।

7.

एक अच्छा पति अपनी पत्नी का अच्छा दोस्त और मार्गदर्शक होता है

अपनी पत्नी के प्रति पति के बहुत सारे कर्तव्य होते है , जिसे हर पति को खुशी – खुशी निभाना ही चाहिए।

सबसे जरुरी बात की एक पति को अपनी पत्नी का दोस्त और मार्गदर्शक होना भी बेहद जरुरी है।

आखिर पत्नी को अच्छी सलाह देना भी तो पति का धर्म ही है।

8.

अपनी पत्नी से प्यार करना हर पति का धर्म होता है

हर पत्नी ये चाहती है की उसका पति उससे बहुत प्यार करें और ऐसा सोचने में कोई बुराई भी नहीं है।

पत्नी अपने पति के प्यार की भूखी होती है उसे अपने पति से प्यार के अलावा और कुछ नहीं चाहिए होता है।

हर पति का ये अहम कर्तव्य है की वो अपनी पत्नी से प्यार करें एवं उसकी इज्जत करें।

9.

पत्नी की देखभाल करना पति की ज़िम्मेवारी होती है

एक पत्नी अपने घर, परिवार और पति का कितना अच्छे से ख्याल रखती है बिना खुद के बारे में सोचे।

पति का भी ये धर्म होता है की वो अपनी पत्नी की देखभाल करें उसकी मदद करें आखिर पत्नी भी तो इंसान ही है।

प्यार और केयर सबको चाहिए होता है। अपनी पत्नी का ध्यान रखना उसकी देखभाल करना हर पति की ज़िम्मेवारी होती है।

पति धर्म क्या है

10.

विश्वास की डोर से अपने रिश्तें को बांधे रखना एक अच्छे पति की निशानी है 🙂

वैवाहिक रिश्तें को निभाने में जितना प्रयास पत्नी का होता है उतना ही पति का भी होना चाहिए।

पति को कभी भी अपनी पत्नी का विश्वास नहीं तोड़ना चाहिए।

एक अच्छा पति ऐसा कुछ भी नहीं करता है जिससे उसका रिश्ता टूटने के कगार पर आ जाए।

11.

एक अच्छा पति अपनी पत्नी को बिल्कुल भी प्रतारित नहीं करता है

पत्नी को प्रतारित या उसे ताना मारना पति धर्म बिल्कुल भी नहीं है अगर कोई पति अपनी पत्नी के साथ ऐसा व्यवहार करता है तो उसे सजा मिलनी ही चाहिए।

किसी भी पति को ये हक़ बिल्कुल नहीं हैं कि वो अपनी पत्नी का शोषण करें

12.

पत्नी की बात मानना पति का धर्म है

अक्सर आपने लोगों को ऐसा कहते सुनते देखा होगा की पत्नी की बात सुनने वाला जोरू का गुलाम कहलाता है जो की बिल्कुल ही गलत है।

एक पति के लिए पत्नी से अच्छा शुभचिंतक कोई नहीं होता।

पत्नी कभी भी अपनी पति का बुरा नहीं चाहेगी ऐसे में उसके दिए गए सुझावों को जरूर सुनना चाहिए।

13.

पत्नीवर्ता पति कभी भी अपनी पत्नी की तुलना किसी भी महिला के साथ नहीं करता है

अपनी पत्नी की तुलना किसी पराई महिला के साथ करना पति धर्म नहीं है।

किसी भी पति को अपनी पत्नी में खामियाँ नहीं निकालनी चाहिए , वो जैसी हैं उन्हें वैसा ही स्वीकार करना चाहिए।

पति की ज़िम्मेवारी होती है की वो अपनी पत्नी का सम्मान करें ना की उसे निचा दिखाए।

अच्छे पति के गुण

14.

पत्नी पर शक करना अच्छे पति की निशानी नहीं है

पति धर्म के अनुसार पत्नी पर शक करना बिल्कुल ही गलत है पति को अपनी पत्नी पर विश्वास होना ही चाहिए।

अगर पत्नी का कोई पुरुष मित्र है या उनके दफ्तर में काम करने वाला सहकर्मी हैं तो इसमें शक ना करें।

अपनी विश्वास की डोर को मजबूत बनाये जिससे आपके रिश्तें में कोई गांठ ना आ जाए।

15.

पत्नी पर चीखना – चिल्लाना पति धर्म नहीं है

पति और पत्नी के बीच छोटे मोटे झगड़े एवं मनमुटाव होना आम बात है इसके बावजूद एक अच्छा पति कभी भी अपनी पत्नी पर चीखता – चिल्लाता नहीं है।

पति का धर्म होता है की वो प्यार से झगड़े को सुलझाने की कोशिश करें और पत्नी के प्रति अपनी मन में कोई मैल ना रखे।

16.

पत्नी को उसके हक़ की आज़ादी देना पति का कर्तव्य है

हर किसी के अपने कुछ सपने होते है कुछ अरमान होते है जिसे पूरा करना उसका हक़ है।

एक अच्छा और ईमानदार पति अपनी पत्नी को उसके हक़ की आज़ादी देता है।

पत्नी पर रोक टोक करना या उसपर अपनी मर्जी थोपना पति धर्म बिल्कुल भी नहीं है।

17.

पत्नी की मान – मर्यादा का ख्याल रखना पति का धर्म है

पति को कभी भी अपनी पत्नी का औरों के सामने मजाक नहीं बनाना चाहिए वो भी उतनी ही इज्जत और सम्मान के काबिल है जितने की पति होते है।

एक अच्छा और सच्चा पति हमेशा अपनी पत्नी की मान – मर्यादा का ख्याल रखता है।

हर पति का ये धर्म है की वो हमेशा अपनी पत्नी की इज्जत करें।

अच्छे पति की निशानी

18.

पति को पत्नी पर अपने विचार बिल्कुल नहीं थोपना चाहिए

पति धर्म के अनुसार पति को पत्नी पर अपने विचार नहीं लादने चाहिए।

हर किसी के अपने सोच और समझ का एक दायरा होता है जिससे किसी को भी आपत्ति नहीं होना चाहिए।

हर अच्छा पति अपनी पत्नी के विचारों की कद्र करता है।

” पति धर्म क्या है ” आज के मैंने इस ब्लॉग के माध्यम से आपको बताया। पति और पत्नी एक दूसरे के पूरक होते है , एक दूसरे के साथ के बिना उनका वजूद अधूरा होता है। अगर आपके मन में कोई सवाल या दुविधा हैं तो कमेंट में जरूर बताएं मेरी कोशिश यही रहेगी की आपके समस्याओं को मैं अपने ब्लॉग के माध्यम से दूर कर पाऊं। मिलते है फिर नए ब्लॉग पर धन्यवाद !

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