हर एक पत्नी जो अपने जीवनसाथी के हिंसात्मक व्यवहार से तंग आ चुकी है उनके मन में ये ही सवाल चलता है की क्या पति की मार खानी चाहिए ?

जी नहीं पति की मार बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए। पति को कोई हक़ नहीं है की वो आपकेसाथ मारपीट करें। शादी का ये मतलब नहीं की आप पर आपका पति घरेलू शोषण करें।

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महज पति होने के कारण क्या मर्दों को ये हक़ भी मिल जाता है की वो अपनी पत्नी के साथ दुर्व्यहार करें ?

यहाँ दुर्व्यवहार से मेरा मतलब सिर्फ मारपीट ही नहीं है बल्कि साथी का आपके साथ कैसा व्यवहार है ये भी है।

आइये इसे अच्छे से समझते है।

1.

शारीरिक उत्त्पीड़न के साथ साथ मानसिक उत्त्पीड़न भी सहना गलत है

क्या पति की मार खानी चाहिए , ऐसे में मेरा जवाब है “नहीं “।

पत्नी होने का ये मतलब कतई नहीं है की आपको अपने पति के द्वारा दी गयी प्रतारना सहनी है।

आपके पति को कोई भी हक़ नहीं है की वो आपके साथ मारपीट करें।

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2.

शादी होने के बावजूद भी पति आपके मर्जी के बिना आपसे समबन्ध नहीं बना सकता है

औरत हो या मर्द सबको ये ग़लतफ़हमी है की शादी होने के कारण लड़की की सहमति ना होने के बावजूद भी पति के साथ सम्बन्ध बनाना ज़रूरी है।

मैं कहती हूँ और हमारे कानून में भी ये साफ़ – साफ़ लिखा है की औरत के राजी ना होने पर उसका पति भी उसे नहीं छू सकता।

अगर आपकी मर्ज़ी और इच्छा के खिलाफ आपका मर्द आपके साथ हमबिस्तर होता है तो आप आवाज़ उठाए , कानून आपके साथ है।

3.

दहेज़ के संदर्भ में आपको तंग किया जाना

दहेज़ प्रथा सदियों से चली आ रही है , जिसके वजह से कई बहु – बेटी की ज़िंदगी चली गयी।

आपके पति या आपके ससुरालवाले आपको दहेज़ के लिए तंग करते है ,शारीरिक और मौखिक तौर पर ही पर आपका यूँ चुपचाप अत्याचार सहना गलत है।

याद रखिये की मार सिर्फ हाथों से ही नहीं बल्कि बातों से भी पड़ती है।

क्या पति की मार खानी चाहिए

4.

क्या पति की मार पीट सहनी चाहिए जब वह शराब के नशे में आपके साथ बदतमीज़ी करें तो ?

यदि आपके जीवनसाथी शराबी है और शराब के नशे में आपके साथ दुर्व्यवहार करते है तो ये गलत है।

भले ही वो नशे में होने के कारण आपको गाली देते हो पर गलत तो गलत है ना।

ऐसे में आपको मजबूत बनकर खुद के साथ हो रहे बदसलूकी के खिलाफ आवाज़ उठानी ही चाहिए।

मैंने एक ब्लॉग लिखा है जिसमे शराबी पति से कैसे निपटना है वो बताया है , अगर आप चाहे तो इसे पढ़ सकते है।

5.

आर्थिक रूप से आप पर नियंत्रण करना आपके आत्मनिर्भर होने के बावजूद भी

वैसे तो समय बदल रहा है और अब गांव हो या शहर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है।

इसके बावजूद अभी भी अधिक मात्रा में ऐसे औरतों है जो पैसे के लिए अपने पति पर निर्भर है।

ऐसे में उन्हें छोटी से छोटी ज़रुरत के लिए अपने पति के आगे हाथ फैलाना पड़ता है।

कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है की पत्नी के कमाऊ होने के बावजूद भी उसकी सारी कमाई उसका पति ले लेता है।

अगर आपका जीवनसाथी आर्थिक रूप से आप पर नियंत्रण करता है तो ये भी उत्पीड़न का ही एक हिस्सा है।

6.

पति द्वारा आपको आपके परिवार वालों से मिलने से रोकना

जी हाँ पति द्वारा आपको आपके परिवार वालों से मिलने से रोकना भी इस सूचि में शामिल है।

औरत को नियंत्रण करने की शुरुआत यही से होती है और फिर बात आगे तक बढ़ती जाती है।

ना तो आपको पति की मार खानी चाहिए और ना ही उनकी किसी भी तरह की बेतुकी बात माननी चाहिए।

7.

पति द्वारा बार – बार आपका गर्भपात करवाना

सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए ‘द प्री-कन्सेप्शन एंड पी-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक्स (प्रोहिबिशन ऑफ सेक्स सेलेक्शन) एक्ट-1994’ संसद से पारित एक संघीय कानून है।

इस अधिनियम से प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है फिर भी भूर्ण हत्या के मामले के दर में कमी नहीं आयी है।

अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो आप डरे नहीं खुलकर अपनी आवाज उठाए , देश का कानून आपके साथ है।

क्या पति की मार खानी चाहिए

8.

ज़बरन आप पर किसी और पुरुष के साथ सम्बन्ध बनाने के लिए दवाब बनाना

सुनने में बहुत अजीब लगता है ना की कैसे एक पति अपनी पत्नी को किसी और मर्द के साथ सम्बन्ध बनाने के लिए दवाब डालता है।

ये किसी फ़िल्मी दुनिया की कोई कहानी नहीं है ये सच है हमारे समाज का कड़वा सच।

ये वाकई बहुत ही घिनौना अपराध है।

औरतों को अपने साथ हो रहे ऐसे जुलम को बिल्कुल भी नहीं सहना चाहिए।

9.

लड़का पैदा करने के लिए आप पर बार – बार दवाब बनाना

अक्सर महिलाओं को उनके पति एवं ससुराल वालों द्वारा लड़का पैदा करने के लिए दवाब डाला जाता है।

लड़का वंश चलाता है इस धारणा के चलते बेटा की चाह ज़्यादा प्रबल होती है।

लड़की होने पर मारपीट करना और फिर से बच्चा ( लड़का ) करने की कवायद जारी रहती है।

आप अपने साथ इस तरह का व्यवहार बिल्कुल ना होने दे इस हिंसा का विरोध करें।

पति के जुल्म न सहे।

क्या पति की मार खानी चाहिए ?

10.

आपको आपके पसंद के कपड़े ना पहनने देना

क्या पहनना है और क्या नहीं ये चुनाव व्यक्तिगत होता है।

किसी को भी हक़ नहीं की वो आपको मज़बूर करें की आपको क्या पहनना है क्या नहीं।

मैं यहाँ बता दूँ की वस्त्र किसी के चरित्र का निर्माण नहीं करता है।

पति अगर आपके साथ ज़ोर ज़बरदस्ती करें तो उन्हें प्यार से समझाए, खुद के लिए खड़े होए।

11.

पति द्वारा परिवार के सम्मान के नाम पर आपके साथ गलत करना

महिलाओं के साथ अक्सर परिवार के सम्मान के नाम पर दुर्व्यवहार होता रहता है।

औरतें अपने साथ हो रहे इस तरह के अमानवीय बर्ताव को चुचाप सहन करते रहती है।

अजीब है ना हमारा देश कितना आगे निकल गया है फिर भी लोगों की सोच कितनी पिछड़ी हुई है।

खासकर के देश का कानून महिलाओं के हक़ की बात करता है , पर समस्या ज्यों की त्यों है।

क्या पति की मार खानी चाहिए ?

मैंने आपको बताया की क्या पति की मार खानी चाहिए या नहीं , मैंने साथ – साथ आपको ये भी बताया की मार सिर्फ लातों या हाथों की नहीं पड़ती , आपके साथ अगर गलत हो रहा है तो वो किसी भी मारपीट से कम नहीं है |

क्या पति की मार खानी चाहिए – मेरा नज़रियाँ

कई महिलाएं ऐसा सोचती हैं की शादी जैसे रिश्तें में अगर पति कभी पत्नी को मार दे तो ये बड़ी बात नहीं है।

घर के बड़े – बुजुर्ग भी यही सलाह देते हैं की अगर कभी बात मारपीट पर आ जाए तो लड़कियों को सहन करना आना चाहिए।

मेरे राय में तो किसी भी महिला को पति की मार बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए।

हर रिश्तें में उतार – चढ़ाव आते रहते है लेकिन इसका ये मतलब कतई भी नहीं है की बात मारपीट पर आए।

हर औरत को अपने साथ हो रहे अन्याय के प्रति जागरूक और विरोधात्मक होना बहुत ज़रूरी है।

मेरा एक ब्लॉग है जिसमे मैंने बताया हैं की पति मारपीट करें तो क्या करना चाहिए , इसे आप ज़रूर पढ़े ये बहुत उपयोगी है।

क्या पति की मार खानी चाहिए ? आज के इस ब्लॉग में मैंने आपके साथ बहुत सारी जानकारी साझा की और साथ ही पति द्वारा की जाने वाली हर छोटी सी छोटी हिंसात्मक पहलूँ पर भी रौशनी डाली है। मैं उम्मीद करती हूँ की इस लेख से आपको बहुत सहायता मिलेगी। अंत में मैं आप सभी से ये बात कहना चाहती हूँ की , अपने साथ हो रहे गलत चीजों का विरोध कीजिये चुपचाप मत सहे, क्यूंकि अगर आप खुद के लिए नहीं खड़े होंगे तो कोई भी आपके लिए खड़ा नहीं होगा। तब तक के लिए आप सभी को बहुत सारा प्यार , हक़ से अपने लिए खड़े होइए और हर ज़ंजीर को तोड़ डालिए , मिलते हैं नए ब्लॉग पर धन्यवाद !

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