“क्या ससुराल वाले बहु को प्रताड़ित कर सकते हैं” – आपके मन में कभी भी ये सवाल उठता है क्या ? अगर हाँ तो आप बिलकुल सही ब्लॉग पर आए हैं | भारत में बहुत सी महिलाएं डर में रहती हैं , उनको हिम्मत देने वाला कोई नही|

आज मैं अपने ब्लॉग के ज़रिये सभी महिलाओं को उनके हक़ की बातें बताने और समझाने वाली हूँ | एक औरत को पूरा अधिकार है कि वो भारत के कानून एवं अपनी हक़ की बातें जाने|

अपने ब्लॉग के माध्यम से मैं ये प्रयास करुँगी की आप सशक्त बनें और आपके ससुराल वाले आप पर कभी भी दबाव न डाल सके | आप अपने सवाल मेरे ब्लॉग के बाद कमैंट्स में पूछ सकते हैं | मैं अवश्य आपके सवालो के जवाब दूंगी|

क्या ससुराल वाले बहु को प्रताड़ित कर सकते हैं ?

क्या ससुराल वाले बहु को प्रताड़ित कर सकते हैं – आइये जानिए 

चाहे आपके ससुराल वाले आपको जो भी कहें ,सच्चाई ये है कि वो किसी भी हालत में आप पर अत्याचार नहीं कर सकते | न शारीरिकऔर न ही मानसिक | अगर आप पर किसी भी तरह का अत्याचार हो रहा है तो उस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाएं |

अगर आपको किसी भी कारण डर लगता है या फिर ऐसा लगता है कि कोई आपकी मदद नहीं करेगा तो ऐसा बिलकुल मत सोचिये | आपकी सहायता कोई भी व्यक्ति सिर्फ तब कर सकता है अगर आप खुद पहले हिम्मत जुटाएं |

भारत में बहुत से ऐसे कानून हैं जो महिलाओं की हक़ की बात करते हैं | ऐसे सब कानूनों की आपको जानकारी होनी ही चाहिए | ऐसे सब कानूनों के बारे में मैं आपको विस्तार से इस ब्लॉग में समझाने वाली हूँ|

घरेलु हिंसा के रोज़मर्रा की ज़िन्दगी से 13 उदाहरण 

ऐसा कई  बार पाया गया है की औरतो को ये मालुम ही नहीं होता की उन पर अत्याचार हो रहा है । पुरुष प्रधान समाज के कुछ रूढ़िवादी लोगों की वजह से बहुत सी महिलाओ को रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में होने वाला अन्याय सामान्य लगता है । लेकिन ये बहुत दुखद बात है ।

कोई भी स्थिति या कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसके कारण आपका मानसिक या शारीरिक संतुलन बिगड़ता है , वो आप पर अत्याचार करने का ज़िम्मेदार है।

मैं आपको ऐसे साधारण उदाहरण देना चाहूँगी जो शायद आपके साथ भी हुए हो और आपको पता न चला हो कि आपके साथ उत्पीड़न हुआ हो । इन सबको ध्यान से पढ़िए और समझने की कोशिश कीजिये की इनमे से कोई भी आपके साथ नहीं होना चाहिए।

1. देर रात तक ससुराल वालो का आपसे काम करवाना 
2. आपकी बिलकुल भी कदर न करना और आपको गालियां देना 
3. मानसिक रूप से आपको तंग करना 
4. आपके माता पिता से आपको मिलने न देना
5. आपके पति का किसी और के साथ सम्बन्ध बनाना 
6. ससुराल वालो का आप पर मारपीट करना
7. आपके बच्चो को आपसे दूर रखना 
8. आपके पति या ससुराल के कोई पुरुष द्वारा आपका यौन शोषण होना 
9. ससुराल वालो के द्वारा बार-बार शारीरिक चोट पहुचाने की धमकी देना 
10. आपके साथ आर्थिक शोषण करना 
11. आपको धमकी देकर ससुराल छोडने पर मजबूर करना 
12. आपको कमरे के अंदर या किसी भी गुप्त स्थान पर बंद रखना 
13. ससुराल वालो के द्वारा आपके बच्चो को नुकसान पहुँचाना 

आइये अब इन सभी बिन्दुओ पर ज़रा विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं|

क्या ससुराल वाले बहु को प्रताड़ित कर सकते हैं

1. देर रात तक ससुराल वालों का आपसे काम करवाना 

आपके ससुराल वाले आपको घर का नौकर नहीं समझ सकते । आप घर की बहु हैं और एक सीमा से ऊपर आपसे काम करवाना बिलकुल गलत है । ऐसा करना आपको नुकसान पहुंचाएगा । आप बीमार पड़ सकती हैं और इसकी ज़िम्मेदारी आपके ससुराल वालो पर होगी । भारत के घरेलू हिंसा अधिनियम के अनुसार आपसे दिन रात काम करवाना एक अपराध है।

2. आपकी बिलकुल भी कदर न करना और आपको गालियां देना 

आपके ससुराल वालों  और आपके पति को ये बिलकुल भी हक़ नहीं है की आपसे बिना इज़्ज़त के बात करें । आपको गालियां देने का हक़ उनको बिलकुल भी नहीं है । उनको आपसे अच्छे से बात करना सीखना ही चाहिए। काफी बार ससुराल वालो को लगता है की वो घर की बहु को कुछ भी, कभी भी बोल सकते हैं । लेकिन ये बिलकुल गलत बात है।

3. मानसिक रूप से आपको तंग करना 

कोई भी ऐसी घटना एवं व्यक्ति जो आपको मानसिक रूप से तनाव में रखता है, आप पर होने वाले अत्याचार का बड़ा हिस्सा कहलाता है । भारत के कई ऐसे नियम है जो ये साफ़-साफ़ बताते हैं कि कोई भी घर की बहु को मानसिक रूप से प्रताड़ित नहीं कर सकता । अगर आपको कभी भी एक गहरा मानसिक तनाव महसूस होता है तो ये आप पर अत्याचार है । इसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज़ करवाइये।

4. आपके माता पिता से आपको मिलने न देना

याद रखिये की आपके माता पिता का आपके जीवन में हमेशा पहला हक़ रहेगा । आपको कोई भी उनसे मिलने से रोक नहीं सकता । अगर आपके ससुराल वाले आपको खुद के माता पिता से मिलने नहीं देते तो वो एक गंभीर अपराध कर रहे हैं । उनको ये हक़ ही नहीं है कि वे आपको आपके प्यारे माता पिता से मिलने से रोकें।

5. आपके पति का किसी और के साथ सम्बन्ध बनाना 

एक पत्नी हर चीज़ सह सकती है लेकिन ये कभी सह नहीं सकती की उसके पति का किसी अन्य महिला के साथ गैर सम्बन्ध हो। भारत का कानून इस मामले में बहुत साफ़-साफ़ कहता है कि एक बीवी के होते हुए किसी और औरत के साथ नाजायज़ रिश्ता कायम करना बिलकुल गलत है । दूसरी औरत को एक बीवी का दर्जा कभी नहीं मिल सकता।

6. ससुराल वालो का आप पर मारपीट करना

आपके ससुराल वालो की अगर आपसे नहीं बनती तो आप लोग आपस में मिल बैठ कर सब बात चीत कर सकते हैं । लेकिन किसी भी हालत में आप पर वो हाथ नहीं उठा सकते । आपको मारना पीटना या किसी भी तरह का शारीरिक शोषण करना गलत ही नहीं बल्कि एक गंभीर अपराध है । भारत के कानून के हिसाब से ऐसा करने पे आपके ससुराल वालों को बहुत लम्बी सज़ा हो सकती है।

7. आपके बच्चो को आपसे दूर रखना 

एक माँ के लिए उसके बच्चे सबसे कीमती होते है । इसलिए किसी भी इंसान को ये हक़ ही नहीं कि वो आपके बच्चो को एक माँ से दूर रखे । अगर आपके ससुराल वाले आपके बच्चो को आपसे किसी भी कारण दूर रखते हैं तो वो एक बहुत बड़ा अपराध कर रहे हैं । आपके बच्चे आप ही के पास रहने चाहिए जब तक वो इतने बड़े न हो जाए की अपनी देख भल खुद कर सके।

8. आपके पति या ससुराल के कोई पुरुष द्वारा आपका यौन शोषण होना 

किसी भी पुरुष को ये हक़ ही नहीं की किसी भी महिला का यौन शोषण करे । इस गिनती में आपके खुद के पति भी शामिल हैं । आपको जान कर ये ताजुब होगा की एक पति को  भी हक़ नहीं की वो ज़बरदस्ती अपनी पत्नी के साथ सेक्स करे। एक पत्नी की ‘हाँ’ सेक्स करने के लिए बेहद ज़रूरी है । अगर आज से पहले आपको ये बात नहीं मुलम थी तो अबसे याद रखिये । आपकी मर्ज़ी के बिना कोई मर्द आपको छू नहीं सकता।

9. ससुराल वालो के द्वारा बार-बार शारीरिक चोट पहुँचाने की धमकी देना 

मैंने पहले आपसे शारीरिक शोषण की  बात की थी। आपको कोई चोट पहुंचाने की गलती भी नहीं कर सकता। इसके अलावा, धमकी देना भी उतना ही बड़ा अपराध है जितना आपको मारना पीटना I अगर आपके ससुराल में कोई भी ऐसा इंसान है जो आपको डराता है या फिर डराती है तो वो भारत के कानून की नज़रो में अपराधी हैं।

10. आपके साथ आर्थिक शोषण करना 

यदि आपके पति या ससुराल वाले आपके हक़ के पैसे आपको नहीं देते या आपको एक प्रकार से आर्थिक शोषण करते हैं तो ये बिलकुल गलत बात है । अगर आप हाउसवाइफ हैं तो आपके पति का फ़र्ज़ है की आपका आर्थिक शोषण न करे । मेरी तरफ से आपके लिए एक सुझाव है – ज़्यादा से ज़्यादा “स्किल्स” सीखिए और घर बैठे ही पैसा कमाने कि कोशिश करें । आपके लिए ज़रूरी है की आप वित्तीय तरह से स्वतंत्र रहें।

11. आपको धमकी देकर ससुराल छोड़ने पर मजबूर करना 

एक बार जब आपकी शादी हो जाए और आप अपने पति के साथ रह रहीं हो या फिर पूरे परिवार के साथ ससुराल में रह रहीं हो, तो किसी को भी ये हक़ ही नहीं की मार पीट के, या डरा धमका के आपको घर से बाहर निकाले । अगर कोई भी ऐसा करता है तो उसको बहुत लम्बे समय की सज़ा हो सकती है । ऐसे अन्याय के खिलाफ आपको आपकी आवाज़ उठानी ही चाहिए।

12. आपको कमरे के अंदर या किसी भी गुप्त स्थान पर बंद रखना 

याद रखिये की आप एक इंसान हैं , ना के एक गुलाम,  के आपको कोई कमरे में बंद रखे । आपकी मर्ज़ी के खिलाफ आपको कोई भी न बंधक बना सकता है और न ही कोई किसी गुप्त स्थान में ले जाकर छोड़ सकता है । यदि कोई भी ऐसा करने की सोचता भी है तो वह भारत के कानून के खिलाफ जा रहा है । अपने साथ ऐसे दुर्व्यवहार कभी न होने दें|

13. ससुराल वालों के द्वारा आपके बच्चो को नुकसान पहुँचाना

जिस तरह भारत का कानून ये किसी को हक़ नहीं देता कि आपको कोई नुकसान पहुंचाए , उसी तरह आपके बच्चो को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता । अगर आपको कभी भी ऐसा लगे कि आपके बच्चो को कोई नुकसान पहुंचा रहा है तो उसकी रिपोर्ट पुलिस में  ज़रूर करें । डरे नहीं,  बल्कि  आगे आकर अन्याय के खिलाफ लड़ें।

महिलाओ के खिलाफ शोषण रोकें  

घरेलू हिंसा के खिलाफ भारत का एक विशेष कानून 

आपके दिल में कभी भी अगर ये सवाल उठता है कि – “क्या ससुराल वाले बहु को प्रताड़ित कर सकते हैं?” तो जान लीजिये की इसका जवाब सिर्फ ना है। इस बात को समझने के लिए मैं आपको भारत के उस कानून के बारे में बताउंगी जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है

घरेलू हिंसा अधिनियम का मकसद घरेलू रिश्तों में हिंसा झेल रहीं महिलाओं को तत्काल और आपातकालीन राहत पहुंचाना है | यह कानून महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाता है | घरेलू हिंसा विरोधी कानून के तहत पत्नी या फिर बिना विवाह किसी पुरुष के साथ रह रही महिला मारपीट, यौन शोषण, आर्थिक शोषण या फिर अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल की परिस्थिति में कार्रवाई कर सकती है|

यह कानून घरेलू हिंसा को रोकने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार को जवाबदेह और जिम्मेदार ठहराता है. इस कानून के अनुसार महिला के साथ हुई घरेलू हिंसा के साक्ष्य प्रमाणित किया जाना जरूरी नहीं हैं. महिला के द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को ही आधार माना जाएगा क्योंकि अदालत का मानना है कि घर के अन्दर हिंसा के साक्ष्य मिलना मुश्किल होता है|

क्या है आखिर घरेलू हिंसा अधिनियम और यह आपको ससुराल वालो के उत्पीड़न से कैसे बचाएगा ?

घरेलु हिंसा के खिलाफ सबसे शक्तिशाली कानून है – घरेलू हिंसा अधिनियम (Domestic Violence Act, 2005) है । ये कानून घरों में होने वाली हिंसा के खिलाफ बना है । घरेलू हिंसा अधिनियम का निर्माण 2005 में किया गया और 26 अक्टूबर 2006 से इसे लागू किया गया।

इस कानून की सबसे दिलचस्प बात ये है की ये सिर्फ पत्नी ही नहीं बल्कि “लिव इन पार्टनर” को भी वो सारे अधिकार देती है जिससे वो अपने पर होने वाले अत्याचारों से बच सके।

अधिनियम के अंतर्गत पीड़ित महिला किसी भी व्यस्क पुरुष के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकती है जिसके साथ वो घरेलू सम्बन्ध में रही हो या रहती हो| शादीशुदा महिला या लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिला अपने पति या लिव इन पार्टनर या उसके रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकती है|

क्या ससुराल वाले बहु को प्रताड़ित कर सकते हैं – इस PDF के हिसाब से नहीं !

मैं  आपके साथ अब एक ऐसे क़ानूनी PDF प्रस्तुत कर रहीं हूँ जिससे आपको ये साफ-साफ मुIलम हो जाएगा के क्यों आपके ससुराल वाले आप पर ज़ुल्म नहीं कर सकते । ये PDF घरेलू हिंसा अधिनियम  के मुख्य बिन्दुओ पे प्रकाश डालेगी । इससे आपको अपने हक़ की बातें समझ में आएँगी । आप चाहे तो इस PDF को डाउनलोड भी कर सकती हैं।

Domestic Violence Act 2005

मैं उम्मीद करती हूँ की आप सबको मेरा ब्लॉग अच्छा लगा और आपको इससे महत्व्यपूर्ण जानकारी मिली । इसके इलावा भी अगर आपके कोई सवाल हैं तो मुझ से ज़रूर पूछिए । अपने सवाल आप कमैंट्स में लिख सकते हैं । खुश रहिये और अपने हक़ को समझिये|

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